भारत में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का परिदृश्य तेजी से बदल रहा है। पिछले दो वर्षों में जिस रफ्तार से एआई इंफ्रास्ट्रक्चर, डेटा सेंटर्स और क्लाउड सिस्टम पर निवेश किया गया है, उसने भारत को दुनिया के उभरते हुए एआई हब की श्रेणी में ला खड़ा किया है। सरकार की डिजिटल नीतियों, मजबूत टैलेंट पूल और 100 करोड़ से अधिक इंटरनेट उपयोगकर्ताओं के साथ भारत अब उन देशों की लिस्ट में शामिल हो रहा है, जो भविष्य की टेक्नोलॉजी को परिभाषित करेंगे।
माइक्रोसॉफ्ट का अब तक का सबसे बड़ा एशियन निवेश—17.5 बिलियन डॉलर
वैश्विक टेक दिग्गज माइक्रोसॉफ्ट ने हाल ही में भारत में 17.5 बिलियन डॉलर (लगभग ₹1.46 लाख करोड़) निवेश करने का ऐलान किया है। यह माइक्रोसॉफ्ट का एशिया में अब तक का सबसे बड़ा निवेश है। इस सिलसिले में माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्या नडेला ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात भी की। नडेला ने X पर लिखा:
“भारत में AI के अवसरों पर प्रेरणादायक चर्चा के लिए पीएम मोदी का धन्यवाद। माइक्रोसॉफ्ट भारत के AI-फर्स्ट भविष्य के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर, स्किल्स और सॉवरेन क्षमताओं को मजबूत करने के लिए 17.5 बिलियन डॉलर का निवेश करेगा।”
यह निवेश 2026 से 2029 के बीच चरणबद्ध तरीके से किया जाएगा, जिसमें:
शामिल हैं।
अमेज़न भी दौड़ में शामिल—निवेश बढ़ाकर 3.15 लाख करोड़
एआई और क्लाउड रेस में अमेज़न भी पीछे नहीं है। कंपनी ने घोषणा की कि वह 2030 तक भारत में अपना कुल निवेश 3.15 लाख करोड़ रुपये (35 अरब डॉलर) तक ले जाएगी।
सिर्फ इसी महीने:
जैसे राज्यों में अमेज़न ने 1.14 लाख करोड़ रुपये के बड़े निवेश की घोषणा की है। इससे देश में AI क्लाउड इंफ्रास्ट्रक्चर और ई-कॉमर्स इकोसिस्टम दोनों को ताकत मिलेगी।
गूगल, मेटा भी कर रहे भारी निवेश—विशाखापत्तनम बनेगा बड़ा एआई हब
गूगल ने अक्टूबर 2025 में ऐलान किया था कि वह अगले पांच साल में:
करेगा।
वहीं, मेटा ने भी जियो (रिलायंस) के साथ मिलकर AI सॉल्यूशन के विकास के लिए:
के शुरुआती निवेश की पुष्टि की है।
ये सब संकेत देते हैं कि भारत केवल बाजार नहीं, बल्कि वैश्विक एआई डेवलपमेंट का रणनीतिक केंद्र बन रहा है।
एआई के बढ़ते निवेश का बड़ा फायदा: लाखों लोगों के लिए नौकरी के अवसर
हालांकि एआई के कारण कंपनियों में छंटनी की खबरें सामने आती रही हैं, लेकिन भारत में इस बड़े पैमाने पर होने वाले निवेश से:
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लाखों नई नौकरियां
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हाई-स्किल्ड और मिड-स्किल्ड रोजगार
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डेटा सेंटर्स के लिए टेक्निकल स्टाफ
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AI इंजीनियरिंग और क्लाउड आर्किटेक्चर जॉब्स
जैसे अवसर तेज़ी से बढ़ेंगे।
भारत डिजिटल अर्थव्यवस्था के मामले में दुनिया का सबसे तेजी से बढ़ता देश है, और 100 करोड़ से अधिक इंटरनेट उपयोगकर्ताओं के कारण विदेशी कंपनियों को यहां विशाल अवसर नजर आते हैं।